top of page

राजस्थान /भीलवाडा की सभी 9 मेगा टैक्सटाइल इकाइयों में उत्पादन शुरू, कम श्रमिकों के बावजूद हो रहा काम


ree

2000 टैक्सटाइल मार्केट की दुकानें भीलवाड़ा शहर में।

  • उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि लॉकडाउन-4 को प्रदेश में ओपनिंग-1 के तौर पर लिया जा रहा

  • सीमेंट, खाद्य तेल, आटा-दाल-बेसन, फार्मा, आईटी आदि की इकाइयों ने काम करना शुरू किया

भीलवाड़ा. उद्योग व राजकीय उपक्रम मंत्री परसादी लाल मीणा ने रविवार को राजस्थान में उद्योगों की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में टैक्सटाइल उद्योग अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है। पाली व बालोतरा में भी उद्योग पटरी पर आने लगा है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा की टैक्सटाइल सेक्टर की सभी 9 मेगा इकाइयों में उत्पादन शुरू हो गया है।

उद्योग मंत्री मीणा ने बताया कि लॉकडाउन-4 को प्रदेश में ओपनिंग-1 के तौर पर लिया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को सामान्य स्तर पर लाने के लिए प्रयासों में तेजी लाई गई है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा स्वयं औद्योगिक परिसंघों से वीसी के माध्यम से संवाद का परिणाम रहा है कि राज्य में औद्योगिक गतिविधियाें में तेजी आई है।

रीको के औद्योगिक क्षेत्रों सहित सेज, ग्रामीण व निजी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों व पार्कों को खोल दिया गया है। जिससे औद्योगिक गतिविधियाें की शुरुआत होने लगी है। उन्होंने बताया कि एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल व रीको एमडी आशुतोष पेडनेकर के साथ परस्पर समन्वय से प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों आरंभ कराने मेें जुटे रहे। उद्योग मंत्री श्री मीणा ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की समय समय पर जारी एडवाइजरी, स्वास्थ्य प्रोटोकाल और सोशल डिस्टेंस आदि की पालना सुनिश्चित कराने से कम श्रमिकों से ही उत्पादन कार्य होने लगा है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि सीमेंट, खाद्य तेल, आटा-दाल-बेसन, फार्मा, इलेक्ट्रोनिक्स, आईटी आदि की इकाइयों ने काम करना शुरू किया है। भीलवाड़ा की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में 10 मेगा इकाइयों में से सभी 9 टैक्सटाइल व एक अन्य सहित सभी 10 इकाइयों में उत्पादन शुरू हो गया है।


Comments


  • WhatsApp-icon
  • Wix Facebook page
  • Wix Twitter page
  • Wix Google+ page
Copyright Information
© copyrights reserved to "dainik desh ki dharti"
bottom of page