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सुकन मुनि जी का भीलवाड़ा में चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश


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ब्यावर,1 जुलाई.विगत आठ माह से जैन धर्म की धर्म रूपी पताका व भगवान महावीर के पावन संदेशों का ब्यावर के आस पास व जेतारण पावन धाम में अलग ही अलख जगाने वाले जैन संत वरिष्ठ प्रवर्तक मरुधरा भूषण शासन गौरव पूज्य गुरुदेव सुकन मुनि जी म सा ,उपप्रवर्तक ज्योतिष सम्राट तपस्वी रत्न अमृतमुनि जी म सा आदि ठाणा 10 सहित संतो ने इस वर्षाकालीन चातुर्मास हेतु भीलवाड़ा के अंहिसा भवन में कोराना प्रोटोकॉल के अंतर्गत ,सोशल डिस्टेंसिग की पालना के तहत मंगल प्रवेश किया।इस मौके पर भीलवाड़ा क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए जैन धर्म के गुरुभगवन्तो की वंदन नमन कर अगुवाई कर अभिनन्दन किया।

श्रमण संघ के प्रवर्तक सुकन मुनि व उपप्रवर्तक अमृत मुनि के दिशा निर्देशों को पाकर श्रद्धलुओं श्रावक व श्राविकाओं का दल ने पूर्ण रूपेण प्रशासन की गाइडलाइन का पालन कर पूरी सादगी व अनुशासन से सभी जैन संतो को वर्षावास हेतु भीलवाड़ा के शास्त्री नगर स्थित अहिंसा भवन में दिव्य मंगल प्रवेश करवाकर संपूर्ण देश मे चातुर्मास कर रहे साधु संतों व संघ प्रमुखों के समक्ष जोरदार मिसाल पेश कर देश में वैश्विक माहमारी के तेज़ी से बढ़ते प्रकोप के मौजूदा माहौल में ज्यादा भीड़भाड़ से बचने का स्पष्ट संकेत दे दिया।

विदित रहे कि जैन धर्म में प्रति वर्ष होने वाले लगभग सभी जैनाचार्य व प्रमुख साधु साध्वियों के चातुर्मास के मंगल मौके पर सैकड़ों ,हजारों श्रदालुगण शिरकत करते आये है।लेकिन इस बार लगभग सभी आचार्यो व प्रमुख संतों ने लॉक डाउन से पूर्व ही एक खास संदेश भेजकर मौजूदा समय मे अपने अपने क्षेत्रों में घरों में रहकर ही धर्म आराधना व साधना,एवम जप व तप करने के संकेत व सरकार की एडवाइजरी की पालना करने को कह चुके थे,सभी अनुयायी उसकी पालना कर अन्य समाजो के समक्ष मिसाल पेश कर रहे है।

श्रमण संघ के प्रवर्तक सुकन मुनि जी व उपप्रवर्तक श्री अमृत मुनि जी के ससंघ प्रवेश व चातुर्मास को लेकर भीलवाड़ा जैन समाज में जबरदस्त उत्साह देखा गया। जैन सन्तो के अनुयायियों ने सरकार की एडवाइजरी का पालन करते हुए अपने गुरुभगवन्तो को श्रद्धा व भक्ति के साथ प्रभु महावीर व मरूधर केसरी मिश्रीमलजी महाराज व लोकमान्य सन्त रूपचंद जी महाराज की जय जयकारो के साथ हर्षित माहौल में पूरी एकता समर्पना एवं अनुशासन के साथ चातुर्मास स्थल पर पहुंचाया।

इस मौके पर प्रवर्तक व उप प्रवर्तक श्री ने कहा कि भक्ति से ही जीवन का अस्तित्व समझा जा सकता है । हमे अनेकानेक जन्मों के बाद यह अनमोल मानव जीवन मिला है,हम इस जीवन की सार्थकता व महत्ता को समझे एवं जीवन में धर्म को आचरण में लाकर सच्चा धार्मिक बनने का दिव्य पुरुषार्थ करें, केवल धर्म धर्म चिल्लाने से कुछ नही होगा। दिखावे व आडम्बरो से कोसों दूर रहकर अपनी शक्ति व धन का उपयोग मानव मात्र के कल्याण व रचनात्मक कार्यो में करने की भावना संजोए।

इस पावन अवसर पर भीलवाड़ा संघ ने आगन्तुक प्रमुखों का अभिनंदन कर बहुमान किया। इस मौके पर धर्म साधना व आचरण सभी श्रावक व श्राविकाओं के आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा ।

भीलवाड़ा अहिंसा भवन श्री संघ के संरक्षक हेमंत आंचलिया अध्यक्ष अशोक पोखरना सचिव रिखबचंद पीपाड़ा सहित सम्पूर्ण कार्यकारिणी ने चातुर्मास को तप त्याग धर्म ध्यान के साथ सुसम्पन्न करने की प्रतिज्ञा ली ।

महिला मंडल प्रमुखा मंजू पोखरणा के गीत व विचारों को मिली खूब दाद,

मंगल प्रवेश के मौके पर महिला मंडल की प्रमुखा ब्याबर की बेटी देश की ख्यातनाम समाज सेविका मंजू पोखरणा ने अपने नेतृत्व में मंगल प्रवेश जलसे में प्रशासन की एडवाइजरी का महिलाओं से बखूबी पालन करवाया तो जैन संतो के अभिनन्दन व श्रावक श्राविकाओं के अनुशासीत कार्यक्रम में अपने विचारों व गीतों एवम मुक्तकों से श्रदालुओ का रोमांचित व पुलकित कर दिया।

गुरु भगवन्तों के सम्मान गीत की महिला मंडल की प्रस्तुति भी जोरदार रही,सभी ने वंदे वीरम से क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।


प्रकाश जैन, पत्रकार

ब्यावर।

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