प्रदेश मे अब तक 5 लाख कोरोना टेस्ट,रिकवरी रेट 73.24 प्रतिशत
- Rajesh Jain
- Jun 7, 2020
- 2 min read

जयपुर 7 जून । चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में पॉजिटिव से नेगेटिव आने वाले मरीजों की रिकवरी रेट 73.24 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 10385 पॉजिटिव मरीजों में से 7606 लोग इस महामारी को हराकर नेगेटिव हो चुके हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि राजस्थान टेस्टिंग में देश में तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। केवल तमिलनाडू और दिल्ली ही टेस्टिंग में आगे हैं। अब तक करीब 5 लाख टेस्ट प्रदेश में किए जा चुके हैं। राज्य के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में अब तक 1.25 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में यदि पॉजिटिव केसेज बढ़ रहे हैं तो रिकवरी केसेज भी उसी अनुपात में बढ़ रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की डबलिंग 21 दिनों में हो रही है। प्रदेश में कोरोना की मृत्युदर भी 2.25 प्रतिशत ही है। कुछेक राज्यों को छोड़कर अन्य राज्यों में मृत्युदर कहीं ज्यादा है। यही नहीं राष्ट्रीय औसत भी ज्यादा ही है। उन्होंने कहा कि प्रति 10 लाख लोगों की टेस्टिंग में 6612 टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 6 जून को 10 राज्यों का फीगर जारी किया है, इसके अनुसार प्रदेश में महज 24.86 प्रतिशत केसेज एक्टिव हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में जितनी सर्तकता और सजगता के साथ कोरोना की रोकथाम के लिए काम हुआ है वह अन्य राज्यों के लिए नजीर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि जिस राज्य में पहला केस आने तक टेस्टिंग की सुविधा तक नहीं थी उसी राज्य ने अब 20 हजार 350 टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता राज्य ने विकसित कर ली है। वर्तमान में 15 जिलों के 21 केंद्रों पर जांच का काम किया जा रहा है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि ‘निरोगी राजस्थान‘ अभियान सरकार की प्राथमिकता पर है। प्रदेश के सभी राजस्व गांवों को इस महीने में स्वास्थ्य मित्र मिल जाएंगे। ये मित्र राज्य और केंद्र सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जानकारियों से आमजन को जागरूक करेंगे साथ ही उन्हें स्वस्थ बने रहने के लिए प्रेरित करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी मानता है कि इस महामारी के साथ जीने की आदत डाल लें। अभी तक कोई वैक्सीन या दवा इजाद नहीं की जा सकती है। ऐसे में बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना, दो गज की दूरी रखना, भीड़ में ना जाना जैसे तरीके अपनाने होंगे। सावधानी में ही बचाव है।























































































Comments