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गजेन्द्र सिंह शेखावत इस्तीफा दें या उन्हें पद से हटाया जाए: कांग्रेस


जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने मांग की है कि ऑडियो टेप मामले में नाम आने के बाद केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए जिससे कि वह एसओजी की जांच में हस्तक्षेप ना कर सके।

माकन ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि वे इस्तीफा नहीं देते है तो उनसे इस्तीफा ले लिया जाना चाहिए। माकन ने कहा कि गजेन्द्र सिंह कह रहे है कि ये आवाज उनकी नहीं है तो एसओजी को वॉइस सेंपल लेने से क्यों रोका जा रहा है। वे सेंपल दे दें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून से उपर कोई नहीं है।

माकन ने यह आरोप भी लगाया कि दिल्ली पुलिस शेखावत के साथ विश्ववेन्द्र सिंह और भंवरलाल शर्मा के भी वॉइस सेंपल लेने से रोक रही है। अगर ये निर्दोष है तो क्यों भाग रहे है। उन्होंने भाजपा से पांच सवाल भी पूछे। माकन बोले अगर देश में चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश को नहीं रोका गया तो देश में लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। लोग मतदान करने से पहले सोचेंगे कि वह मतदान क्यों करें। आज जमकर धन बल का उपयोग हो रहा है।

उन्होंने कहा कि एसओजी को मानेसर में जांच करने से रोका गया और तब तक बागी विधायकों को दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर मिलीभगत से खेल में भाजपा शामिल नहीं है तो फिर बागी विधायकों को संरक्षण क्यों दिया हुआ है। माकन ने बागियों से अपील भी कि वे कांग्रेस में लौट आएं। माकन ने कहा जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह का नाम एफआईआर में आ गया तो क्या औचित्य है कि वह अभी भी केंद्र सरकार में मंत्री पद पर बने हुए हैं।

माकन ने कहा कि केन्द्र सरकार सीबीआई की धमकी इसलिए दे रहीं है कि जिससे इस खेल में शामिल बड़े नेताओं के नाम सामने न आ सकें। अब खरीद-फरोख्त की आंच भाजपा के बड़े नेताओं तक पहुंच चुकी है इसलिए सीबीआई को आगे किया गया है। माकन ने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए काला धन का इस्तेमाल किया जा रहा है यह काला धन कहां से आ रहा है इसको स्पष्ट करना चाहिए। वास्तव में भाजपा की कोई मिलीभगत नहीं है तो फिर बागी विधायकों को सुरक्षा क्यों दी हुई है

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