ब्रेन ट्यूमर से कैसे बचें?
- Desh Ki Dharti
- Jun 7, 2020
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ब्रेन ट्यूमर का मतलब होता है की मस्तिष्क (दिमाग) में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि होना या गठान का हो जाना। दिमाग में होने वाले ट्यूमर बिनाइन (नॉन कैंसर) और मैलिग्नेंट( कैंसर वाले) होते हैं । ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकते हैं ।
भारत में ब्रेन ट्यूमर
वर्ष 2018 में भारत में 28142 ब्रेन कैंसर के नए केस थे जिसमें से 24003 लोगों की मृत्यु हो गई थी ।
ब्रेन ट्यूमर के सम्भावित कारण
1. आयोनाइजिंग रेडिएशन से ।
2. केमिकल्स और कीटनाशक फेक्टरीओं में काम करने वाले व्यक्तियों में ।
3. अनुवांशिक कारण ।
4 . वायरस से जैसे कि EB वायरस से ।
5. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाने पर ।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
1. सिर दर्द का होना ( दिन प्रतिदिन सिर दर्द बढ़ते जाना) l
2. उल्टी का होना l
3. शरीर में दौरे का आना l
4. कम दिखाई देना या आंखों की रोशनी चले जाना 5.याददाश्त में कमी आना 6.बेहोशी का आ जाना l
7. शरीर में लकवा मार जाना l
8. चलने और बोलने में तकलीफ का होना l
ब्रेन ट्यूमर की जांच
एम आर आई (MRI BRAIN) से आसानी से ब्रेन ट्यूमर का पता लगाया जा सकता है अन्य जांचों में सीटी स्कैन ब्रेन(CT SCAN BRAIN)
अन्य जांचो में स्टीरियोटेक्टिक बायोप्सी न्यूरोलॉजिकल टेस्ट आदि शामिल है ।
ब्रेन ट्यूमर के बारे में सावधानियां
1. जितना संभव हो सके रेडिएशन के कम से कम संपर्क में आए
2. कुछ स्टडीज के अनुसार लंबे समय तक फोन पर बात करना बिनाइन ब्रेन ट्यूमर (नॉन कैंसर )का कारण बन सकता है
3. मोबाइल फोन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन का उपयोग करता है जो हमारे मस्तिष्क के लिए हानिकारक हो सकते हैं ।
हम फोन रेडिएशन को कम कर सकते हैं l
1. जितना संभव हो मोबाइल फोन को शरीर के संपर्क से दूर रखें ऑफिस या घर में फोन को अपनी जेब में न रखें l
2. रात को सोते समय फोन को अपने शरीर से कम से कम 1 से 2 मीटर की दूरी पर रखें ।
3. जितना संभव हो सके टेक्स्ट मैसेज का उपयोग करें ।
4. अगर लंबे समय तक मोबाइल फोन पर बात करनी हो तो इसे स्पीकर मोड पर रखें , ईयर फोन या वायर हेडसेट का उपयोग करें l
5. जब फोन की बैटरी लो यह लो सिग्नल हो तो फोन पर बात ना करें या बिल्कुल कम करें ।
डॉ हर्ष गोयल
कैंसर रोग विशेषज्ञ
कोटा
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