रिश्वत के आरोपी यूआईटी के जेईएन व दलाल होमगार्ड के जवान की जमानत अर्जी खारिज
- anwar hassan

- Jun 24, 2020
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कोटा, 23 जून (हि.स.)। न्यायालय ने 40 हजार रुपये रिश्वत के मामले में आरोपी नगर विकास न्यास के संविदा पर लगे जेईएन सत्यनारायण मीणा व उसके दलाल होमगार्ड के जवान शिवराज गोस्वामी की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। एसीबी कोटा ने 10 जून गुरुवार को बडी कार्रवाई करते हुए नगर विकास न्यास के जेईएन और उसके दलाल को चालीस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। एसीबी एएसपी ठाकुर चंद्रशील के नेतृत्व में ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। संविदा पर लगे जेईएन सत्यनारायण मीणा यूआईटी में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए अनुबंध पर कार्यरत है। परिवादी विमल कुमार निवासी बापू कॉलोनी कच्ची बस्ती बालिता रोड कुन्हाड़ी ने अपने कच्चे मकान को पक्का बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास येजना के तहत आवेदन दिया था। कंसलटेंट जेईएन सत्यनारायण मीणा ने उसके लिए डेढ़ लाख रुपये की रकम स्वीकृत करने की एवज में 40 हजार रुपये की मांग की। परिवादी ने 8 जून को एसीबी में इस बात की शिकायत की। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो कंसलटेंट जेईएन ने दलाल होमगार्ड शिवराज गोस्वामी को रिश्वत की रकम देने के लिए कहा। इसके बाद एसीबी ने 10 जून गुरुवार को ट्रेप की कार्रवाई की। जिसमें होमगार्ड ने रिश्वत की रकम ले ली। इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने दबिश देकर आरोपी शिवराज को पकड़ा। इसी दौरान एक टीम कंसलटेंट के ऑफिस और एक टीम आवास पर पहुंच चुकी थी। लेकिन कंसलटेंट आवास से घर के लिए निकल चुका था। उसे कार्रवाई का पता लग गया तो वह बचने की कोशिश में शहर में घूमता रहा। एसीबी की टीम भी उसकी लोकेशन पता कर उसका पीछा करती रही। इसी बीच वह केशवपुरा क्षेत्र में एक मकान में जाकर पलंग के नीचे छिप गया। घंटो की मशक्कत के बाद कंसलटेंट को पकड़ा जा सका। एसीबी की टीम को उसकी घर की तलाशी में अब तक 6 लाख रुपए मिले थे। एसीबी ने दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था,जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था, आरोपी की ओर से जमानत के लिए अर्जी पेश की गई थी।























































































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