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कटारिया ने साधा सरकार पर निशाना


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उदयपुर, 17 मई (हि.स.)। लॉकडाउन के चौथे चरण में शिथिलता की उम्मीदों से पहले ही राजस्थान की राजधानी जयपुर की जेल में कोरोना फैलने को लेकर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। कटारिया ने रविवार को जारी बयान में कहा कि ज्यों-ज्यों लॉकडाउन खोलने का समय नजदीक आ रहा वैसे-वैसे कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जो चिंता का विषय है। जयपुर जेल में हुए कोरोना संक्रमण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यह जो विस्फोट हुआ है वह हम सभी को इस बात का संकेत कर रहा है कि जेल में जिसको भी एंट्री दी जाए उसका पहले टैस्ट हो और नेगेटिव कन्फर्म होने के बाद ही उसको एंट्री दी जाए। जेल में निर्धारित शारीरिक दूरी एवं मास्क लगाना एक कठिन कार्य है परंतु अधिकारी एवं विभाग इसकी पालना कराने में पूर्ण सख्ती बरतें। उन्होंने कहा कि एक साथ 119 लोगों को संक्रमण हो जाये, बड़ी चिंता की बात है। सम्भव हो तो इन सभी संक्रमितों को अलग रखा जाए या दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि जेल में पर्याप्त मेडिकल सुविधा प्रदान करने का काम सरकार का है।  कटारिया ने पैदल चल रहे हजारों प्रवासी राजस्थानियों पर भी राज्य की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गहलोत बार-बार कह रहे हैं कि प्रवासी राजस्थानियों को लाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवाया गया, परंतु ट्रेनों की जो व्यवस्था राजस्थान सरकार ने की है वह नाकाफी है। इसके लिए निवेदन है कि ट्रेन संचालन की गति बढ़ाई जाए और अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रवासी किसी ने किसी तरह अपने घरों को तो लौटेंगे ही फिर चाहे उनको जो भी साधन मिले।  नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जैसा सरकार ने निर्णय किया है कि पैदल यात्रियों के लिए एसडीओ जिम्मेदार होगा इसके बावजूद हजारों की तादाद में प्रवासी हाईवे पर अपने घरों की तरफ बढ़ते हुए दिख रहे हैं। यह क्यों चल रहे हैं और इनका गुनाहगार कौन है, मुख्यमंत्री यह जिम्मेदारी तय करें कि इन लोगों को व्यवस्थित रूप से घर पहुंचाने की जिम्मेदारी किसकी है। प्रदेश की जनता यह जानना चाहती है।

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