top of page

केईडीएल ने सरचार्ज राशि बिलों से हटाकर उपभोक्ताओं को राहत दी


कोटा व्यापार महासंघ के प्रयासों से केईडीएल ने लाखों रुपए की डिमांड सरचार्ज राशि बिलों से हटाकर उपभोक्ताओं को राहत दी


कोटा 23 जुलाई । कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों उपभोक्ताओ ने अपने प्रतिष्ठानों से बिजली के लोड को कम करवा दिया था लेकिन लोक डाउन खुलने के बाद किन्हीं कारणों से लोड का उपभोग ज्यादा हो जाने के कारण बिजली मीटरों में लोड बढ़ कर आ गया जिससे जुलाई माह के बिलों में रू० 10,000 से लेकर 3,00,000 तक की डिमांड सरचार्ज के नाम पर यह राशि जुड़ कर आ गई ।

इस मसले को लेकर कोटा व्यापार महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर एवं केईडीएल के कॉमर्शियल हेड से मिलकर डिमांड राशि को खत्म करने का आग्रह किया था। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में इतनी भारी पेनल्टी चुकाना व्यापारियों उद्यमियों के बस में नहीं है । कोरोना वायरस के चलते पूरा व्यापार उद्योग जगत, हॉस्टल, होटल, रेस्टोरेंट, मैरिज गार्डन व्यवसाय पूरी तरह से चरमरा गया है वर्तमान परिस्थितियों में व्यापारी पूरी तरह से धरातल पर आ चुके हैं एंव इस राशि को जमा कराने में सक्षम नही है ।


माहेश्वरी ने बताया कि केडीईल के कॉमर्शियल हेड रविशंकर शुक्ला एवं डिप्टी मैनेजर बिलिंग सुनील सिंह ने इस तरह के सभी बिलों को कोटा व्यापार महासंघ के माध्यम से मंगवा कर व्यवहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए 3 दिन की मशक्कत के बाद आज इस डिमाण्ड सरचार्ज राशि को बिलो से हटा कर उपभोक्ताओं को राहत दी जो उनकी सकारात्मक सोच दर्शाती है ।

कोटा व्यापार महासंघ ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि जिन उपभोक्ताओं ने लोक डाउन के दौरान बिल जमा नहीं करवाये और उनके वर्तमान बिलो मे लेट फीस चार्ज जुडकर आये है वह केईडीएल के क्षेत्रीय कार्यालयो में जाकर अपने बिलों से लेट फीस को हटवा सकते हैं साथ ही जिन उपभोक्ताओं ने अपने लोड कम करवाए थेऔर वह किन्हीं कारणों से लोड उपयोग ज्यादा लेने पर उन पर जुलाई माह के बिलों में डिमान्ड सरचार्ज राशि जुडकर आयी है वह भी उसे हटवाकर बिल जमा करवा देंवें।

Kommentare


  • WhatsApp-icon
  • Wix Facebook page
  • Wix Twitter page
  • Wix Google+ page
Copyright Information
© copyrights reserved to "dainik desh ki dharti"
bottom of page