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ग्रीन जोन में कृषि गतिविधियां बढऩे से किसानों को राहत मिली


जयपुर, 13 मई (हि.स.)।  कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या के हिसाब से देश के विभिन्न जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। लॉकडाउन 3.0 में ग्रीन जोन में अतिरिक्त कृषि गतिविधियां शुरू करने की छूट मिलने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। फसल कटाई से लेकर मंडियों में उसकी बिक्री तक की प्रक्रिया आसान हुई है। इसका फायदा बांरा के लहसुन उत्पादक किसानों को भी मिला है।बांरा जिले में बड़ी संख्या में किसान लहसुन की खेती करते हैं। कोरोना के कारण लॉकडाउन ने तैयार फसल की बिक्री को लेकर इन किसानों की चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन लॉकडाउन 2.0 में मिली आंशिक राहत और लॉकडाउन 3.0 में इसका दायरा और बढ़ाए जाने से किसानों के माथे पर खिंची चिंता की लकीरें मिट गई। छबड़ा कृषि मंडी में लहसुन की बिक्री प्रारम्भ होने से उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। बांरा जिले की छबड़ा स्थित मंडी में न सिर्फ फसल खरीददारी की व्यवस्था की गई है, वहाँ आने वाले किसानों के स्वास्थ्य और उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाने के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए टोकन व्यवस्था शुरू की गई है ताकि मंडी में भीड़ न हो। मंडी में किसानों से दो गज की देरी की भी पूरी अनुपालना करवाई जा रही है। किसानों को मूंह पर मास्क, रुमाल या गमछा पहनने की हिदायत दी जा रही है। छबड़ा मंडी में अपनी लहसुन की फसल बेचने आए किसान रामधन, छगन लाल, भागचन्द, हरिकेश सहित कई अन्य किसानों ने लॉकडाउन में रियायत देते हुए फसल खरीद के लिए की गई व्यवस्था के लिए केन्द्र सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद होने से बच गई। साथ ही उन्हें अपनी फसल के अच्छे दाम भी मिले हैं।

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