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अपडेट: न्यास जेईएन व दलाल 40 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार


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* तलाशी में 7 लाख रुपये बरामद

* पलंग के नीचे छिपा मिला जेईएन


कोटा 11 जून । भ्रष्टाचार निरोधक निरोधक ब्यूरो इकाई कोटा ने प्रधानमंत्री आवासीय योजना में राशि स्वीकृत करवाने के नाम पर नगर विकास न्यास के कनिष्ठ अभियंता व एक दलाल 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी कोटा आरोपी के ठिकानों पर घंटा से तलाशी में जुटी हुई है जहां से अभी तक 7 लाख रुपये से ज्यादा राशि बरामद हो चुकी है।


प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम राशि स्वीकृति के नाम पर नगर विकास न्यास में जमकर रिश्वतखोरी चल रही है। नगर विकास न्यास के अधिकारी कर्मचारियों के साथ मिलकर गरीबो को जमकर चूना लगाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला कोटा में सामने आया नगर विकास न्यास के कनिष्ठ अभियंता सत्यनारायण पुत्र बजरंगलाल मीणा निवासी वीर सावरकर नगर को दलाल शिवराज पुत्र चौथमल को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए एसीबी ने ट्रेप किया। यूआईटी का जेईएन सत्यनारायण मीणा लंबे समय से भ्रष्टाचार का खेल खेल रहा था जिसपर एसीबी की टीम ने नकेल कस दी।


एसीबी की टीम आरोपी कनिष्ठ अभियंता के विभिन्न ठिकानों पर दबिश देकर गहनता से जांच कर रही है। जिंसमे अभी तक 7 लाख रुपये नकद बरामद किए जा चुके है। एएसपी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के बालिता रोड पत्थर मंडी बापू नगर कच्ची बस्ती में रहने वाले विमल कुमार पुत्र विश्वनाथ ने एसीबी में शिकायत देते हुए बताया कि 3 साल पहले प्रधानमंत्री आवासीय योजना में मकान के लिए दो आवेदन किये थे जिंसमे एक उसके नाम से तथा दूसरा बेटे पवन कुमार के नाम से था। मकान के आवेदन के दौरान यूआईटी के कनिष्ठ अभियंता सत्यनारायण मीणा ने फ़ाइल तैयार करने व प्रथम क़िस्त की राशि पास करवाने के नाम से 24 हजार रुपये की मांग की। जिंसमे प्रथम क़िस्त 60 हजार रुपये 5 जून को प्राप्त हुए। योजना की दूसरी क़िस्त 90 हजार की थी जिसकी राशि स्वीकृत करवाने के लिए जेईएन ने 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। फरियादी यह रकम कनिष्ठ अभियंता को नही देना चाहता था।


उन्होंने बताया कि शिकायत का सत्यापन करवाया गया। शिकायत सही पाए जाने पर मामले को सत्य पाए जाने पर ट्रेप की कार्यवाही के लिए 5 टीम बनाई गई। जिंसमे एक टीम यूआईटी के कनिष्ठ अभियंता के घर दूसरी टीम दलाल शिवराज के घर और तीसरी टीम यूआईटी पहुँची। जिंसमे एसीबी टीम के सदस्य बलवंत सिंह ने दलाल शिवराज को रिश्वत राशि लेते हुए रँगे हाथों गिरफ्तार किया। इस दौरान सूचना मिलने पर कनिष्ठ अभियंता मोके से फरार हो गया।


आरोपी कनिष्ठ अभियंता की गिरफ्तारी को लेकर जिला पुलिस की मदद से दादाबाड़ी, महावीर नगर थाना क्षेत्र में 20-25 मकानों की तलाशी ली गई। जिंसमे आरोपी सत्यनारायण मीणा केशवपुरा स्थित एक मकान में पलंग के छिपा हुआ मिला। कार्यवाही में आरोपी की गाड़ी को जप्त किया गया है। आरोपी के घर की तलाशी चल रही है।

गरीब व मध्यम वर्ग को तीन किस्तो में ढाई लाख की राशि स्वीकृत शहरी इलाकों में सभी के लिए घर मिशन के तहत प्रधान मंत्री आवसीय योजना में सरकार की ओर से गरीब मध्यम वर्ग के परिवारों को तीन किस्तो में 2.5 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की जाती है। जुसमे प्रथम क़िस्त जे रूप में 60 हजार रुपये द्वितीय क़िस्त 90 हजार रुपये ओर अंतिम क़िस्त 1.5 लाख रुपये दी जाती है।


यूआईटी में कनिष्ठ अभियंता सत्यनारायण मीणा प्रधान मंत्री आवासीय योजना में आवेदन करने वाले आवेदकों की मोनेटरिंग का कार्य करता है। आरोपी ने इस काम मे दलाल शिवराज के मार्फत यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदकों से 40 हजार की रिश्वत लेता था।


एसीबी ने किया बड़े भ्रष्टाचार का भंडाफोड़

एएसपी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि यह यूआईटी के अंदर बड़ा भ्रष्टाचार है जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के लोग जो शहर में घर बनाने का सपना देखते हैं उनसे रिश्वत के नाम पर मोटी रकम लेता था। ऐसे सेकड़ो पीड़ित है जिनसे आरोपी कनिष्ठ अभियंता सत्यनारायण मीणा ने रिश्वत ली है। धीरे धीरे पीड़ित परिजन अपनी शिकायत दे रहे है।


आरोपी दलाल नगर निगम में होमगार्ड के पद पर कार्यरत

प्रधानमंत्री आवास योजना में राशि स्वीकृति के नाम पर रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार आरोपी दलाल शिवराज नगर निगम के अंदर होमगार्ड के पद पर कार्यरत है ओर इससे पूर्व हुई वह यूआईटी के अंदर होमगार्ड के पद पर कार्यरत था। यूआईटी जेईएन सत्यनारायण मीणा लंबे समय से दलाल के मार्फत प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों से रिश्वत की रकम वसूल करता था। लोगों को झांसे में लेने के लिए दलाल ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान के लिए आवेदन कर रखा ।


फरियादी का पड़ोसी है दलाल

कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के बापू नगर कच्ची बस्ती निवासी फरियादी विमल कुमार ने बताया कि दलाल शिवराज सिंह उसके पड़ोस में ही रहता है। शिवराज सिंह ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के लिए आवेदन कर रखा था साथी बस्ती में रहने वाले सैकड़ों लोगों ने भी आवेदन कर रखा है शिवराज लोगों को झांसे में लेकर यूआईटी मैं मकान की राशि पास करवाने के नाम पर कनिष्ठ अभियंता सत्यनारायण मीणा के लिए पैसे वसूल करता था। पीड़ित फरियादी विमल कुमार और दलाल शिवराज बापू नगर कच्ची बस्ती में रहते हैं जो दोनों पड़ोसी थे।

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