कोचिंग संस्थान शुरू करवाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से की मांग
- Rajesh Jain
- Jun 6, 2020
- 3 min read

एक मंच पर आया पूरा कोटा शहर
कोटा 6 जून । नागरिक मंच के माध्यम से कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन, महासचिव अशोक माहेश्वरी एवं नरेश जैन ने शनिवार को कोटा के जनप्रतिनिधियों, सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष, व्यापारिक-औद्योगिक संगठनों, समाजसेवी संस्थाओं, क्लबों के पदाधिकारियों एवं अन्य कई संस्थाओं की ओर से एक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपा। इस ज्ञापन में कोटा कोचिंग को फिर शुरू करवाने का आग्रह किया है।
लोकसभा अध्यक्ष को दिए ज्ञापन में कहा गया कि कोटा की अर्थव्यवस्था इस समय कोचिंग इंडस्ट्री पर आधारित है। कोटा के करीब 80% लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कोचिंग इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं। यहां 70 से 80 प्रतिशत आमदनी कोचिंग से जुड़े बिजनेस से होती है। यही वजह है कि पिछले 10 वर्षों में 15 हजार करोड़ का निवेश कोचिंग से जुड़े बिजनेस में हुआ। अब कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से यह बिजनेस पूरी तरह ठप हो गया।
ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना संकट के बीच एक लाख से अधिक बच्चों ने कोचिंग संस्थानों में फीस भी जमा कराकर एडमिशन ले लिया था। बच्चे कोटा आने को तैयार हैं, लेकिन अभी सरकार की अनुमति नहीं मिल पा रही। वे अपनी फीस भी वापस नहीं ले रहे हैं, क्योंकि वे कोटा में रहकर क्लासरूम कोचिंग के माध्यम से पढ़ना चाहते। कोचिंग छात्रों के रहने व पढ़ाई के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमण से बचान के लिए कोचिंग संस्थानों व हॉस्टल संचालकों ने अच्छी गाइडलाइन भी तैयार कर ली है। उन्होंने इसकी पूरी सतर्कता से पालना करवाने की जिम्मेदारी भी ली है।
कोटा नागरिक मंच ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से भी कोटा कोचिंग को फिर शुरू करवाने का आग्रह किया है।
कोटा व्यापार महासंघ के अशोक महेश्वरी के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि कोरोनावायरस के चलते जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई है उसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार पूरी तरह से चिंतित एवं गंभीर है। आम जनजीवन, रोजगार, अर्थव्यवस्था, व्यापार उद्योग पर कोरोना संकट के कारण जो प्रतिकूल असर पड़ा है, उसे पटरी पर लाने के लिए वे शहरवासियों के साथ हैं।
ज्ञापन में इन सब का मिला सहयोग
पूर्व सांसद इज्यराज सिंह, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, लाडपुरा विधायक कल्पना देवी, केशोरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल, रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर, पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, महापौर महेश विजय, उपमहापौर सुनीता व्यास ,शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, शहर भाजपा अध्यक्ष रामबाबू सोनी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव पंकज मेहता, हाड़ौती विकास मोर्चा, माहेश्वरी समाज, चंबल हॉस्टल एसोसिएशन, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन,दी एसएसआई एसोसिएशन,कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, जनरल मर्चेंट एसोसिएशन, सकल दिगंबर जैन समाज कोटा, कोटा होलसेल क्लॉथ मर्चेंट एसोसिएशन कोटा, श्री सर्राफा बोर्ड, कोटा बिल्डर्स एसोसिएशन, हाड़ौती प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, जर्नलिस्ट एसोसिएशन राजस्थान, जैन सोशल ग्रुप कोटा, प्रेस क्लब कोटा, बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन,कोटा जिला केमिस्ट एसोसिएशन,कोटा नदी पार विकास समिति, ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन, माहेश्वरी समाज, महावीर इंटरनेशनल ,वरिष्ठ नागरिक समाज, हाड़ौती उत्सव आयोजन समिति, लघु उद्योग भारती, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, इनरव्हील क्लब, रोटरी क्लब, कोटा क्लब, उम्मेद क्लब, बजरंग दल, जेसीआई कोटा, ट्रक यूनियन, कोटा सहकारी कर्मचारी सभा नंबर 108 ,सरोवर नगर विकास समिति, हाड़ौती वैश्य समाज, टेक्स बार एसोसिएशन कोटा बार एसोसिएशन, कोटा पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन, हाड़ौती लघु उद्योग भारती, सीबीएसई स्कूल एसोसिएशन समेत कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने इस ज्ञापन को अपना समर्थन देकर हस्ताक्षर किए।
परिवारों के सामने आर्थिक संकट गहराया
विदित है कि कोटा में 2 लाख विद्यार्थियों के नाश्ते- भोजन व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करने वाले मैस संचालक, किराना व्यवसायी, डेयरी उत्पाद विक्रेता, सब्जी विक्रेता, मोबाइल शॉप संचालक, बुकसेलर्स, स्टेशनरी विक्रेता, जूस-पोहा इत्यादि खाद्य सामग्री बेचने वाले लोग, होटल व्यवसायी, रेस्टोरेंट संचालक, वस्त्र विक्रेता, जनरल स्टोर संचालक जैसे कई तरह कारोबारी इस समय हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इन परिवारों के सामने भी आर्थिक संकट है। पूरे शहर की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है।























































































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