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पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर खुद की समस्या रखी तो होगी सख्त कार्रवाई


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जयपुर, 09 मई (हि. स.)। प्रदेश के पुलिस विभाग में कार्यरत सभी पुलिसकर्मियों के लिए व्यक्तिगत और सेवा संबंधी समस्याएं अब सोशल मीडिया पर शेयर करना आसान नहीं होगा। ऐसा किया गया तो महकमा अब संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने इस संबंध में परिपत्र जारी किया हैं। यह परिपत्र ऐसे समय जारी किया गया है जब पाली जिले में तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ अधिकारी द्वारा अभद्र भाषा में बात करने का ऑडियो वायरल किया गया था। पुलिस मुख्यालय ने अभद्र भाषा का उपयोग करने पर हालांकि पाली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को जांच के बाद निलम्बित किया था, लेकिन अब सभी पुलिसकर्मियों को किसी भी व्यक्तिगत या सेवा संबंधी परेशानी के लिए सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करने की हिदायत दी गई है। जयपुर पुलिस आयुक्त ने परिपत्र में बताया कि पुलिस विभाग कमांड स्ट्रक्चर वाला विभाग है। इसमें सभी कार्मिकों से विभागीय अनुशासन, नियमों व व्यवस्थाओं के अनुरूप विभागीय कार्यों एवं कर्तव्यों की पूर्ति करने की अपेक्षा की जाती है। विभाग में किसी भी कार्मिक की व्यक्तिगत अथवा सेवा संबंधी समस्या के निराकरण के लिए एक प्रक्रिया के तहत नियम निर्धारित है। राजस्थान पुलिस सेवा आचरण नियमों में भी प्रावधान है। विभाग में ऐसी समस्याओं के निराकरण के लिए विभागीय समितियां, यूनिट व प्रकोष्ठ गठित है। वर्तमान में पुलिसकर्मी विभाग से जुड़ी व्यक्तिगत तथा सामूहिक समस्याओं को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं। इससे विभाग की छवि प्रभावित हो रही है।  कार्मिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए राजस्थान पुलिस रेगुलेशन 1948 के नियम 26 में जिला पुलिस अधीक्षकों को अर्दली रूम आयोजित करने के निर्देश हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों को विभाग से जुड़ी व्यक्तिगत तथा सामूहिक समस्याओं को पहले नियंत्रक अधिकारी को बताने तथा सुनवाई नहीं होने पर उच्चाधिकारियों तथा समितियों, यूनिट व प्रकोष्ठ के माध्यम से करने के निर्देश दिए हैं। पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि भविष्य में यदि किसी पुलिसकर्मी ने विभाग से जुड़ी व्यक्तिगत तथा सामूहिक समस्याओं को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रस्तुत किया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि पाली में लॉकडाउन की पालना के दौरान एक कांस्टेबल की ओर से एक दूधवाले को रोकने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कांस्टेबल से अभद्र भाषा में बातचीत की थी, जिसका ऑडियो कांस्टेबल ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। सीएमओ तक मामला पहुंचने के बाद रेंज आईजी ने मामले की जांच कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निलम्बित कर दिया था।

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