कोटा: मानसिक तनाव के शिकार 91 लोग कर चुके हैं आत्महत्या
- Rajesh Jain
- Jun 21, 2020
- 3 min read

कोटा 21 जून (हि.स.)। कोरोना से लोगों के जीवन की रक्षा को लेकर लॉकडाउन लगाया गया था लेकिन दो माह लंबे चले लॉकडाउन ने हर घर की आर्थिक स्थिति पर असर डाला जिसके कारण मानसिक तनाव, अवसाद ओर बेरोजगारी से तंग आकर अब तक कई महिलाओं पुरूष आत्महत्या कर चुके हैं।
वर्ष 2020 में अभी तक 91 लोगों ने फांसी, अज्ञात प्वाइजन, ट्रेन दुर्घटना व नहर में कूद कर आत्महत्या की है। आत्महत्या करने वालों में फांसी के 51 मामले सामने आए जिसमें 35 पुरुष व 16 महिलाए शामिल हैं। अज्ञात प्वाइजन के 13 मामले, नहर में कूदकर जान देने के 13 मामले, ट्रेन के आगे कूदकर जान देने के 14 मामले सामने आए हैं। इनमें 14 वर्ष से लेकर 75 वर्ष के व्यक्ति शामिल है जो अबतक आत्महत्या जैसा कदम उठा चुके हैं। वहीं 3 युवक अब तक फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास कर चुके है। मार्च से जून तक 47 लोगों ने किया सुसाइड
शहर में लॉकडाउन लागू होने से पूर्व 44 लोगों ने सुसाइड का कदम उठाया जिसमें फांसी के 33, अज्ञात प्वाइजन के 8, नहर में कूद कर जान देने के 10 ओर ट्रेन रन ऑवर के 8 मामले शामिल हैं। इनमे जनवरी माह में फांसी के 5 मामले जिनमे 3 पुरुष व दो महिला शामिल है, अज्ञात प्वाइजन का सेवन करने के 4 मामले जिनमें 1 महिला शामिल है, नहर में कूदकर 4 पुरुष और ट्रेन रन ऑवर में 5 पुरुष की जान गई। फरवरी माह में फांसी के 5 मामलों में एक महिला शामिल, नहर में कूदने के 4, ट्रेन के आगे कूदकर जान देने के 2 मामले आये। मार्च माह में फांसी के 8 मामले आये जिसमें 4 महिला व 4 पुरुष, अज्ञात पोइजन 4 मामलों में 3 पुरुष व 1 महिला, नहर में कूदकर जान देने के 2 और ट्रेन के आगे कूदकर जान देने का एक वारदात घटित हुई।
लॉकडाउन लागू होने के बाद से लेकर अब तक कुल 47 लोग सुसाइड कर चुके हैं। जिसमें मार्च माह में 4 महिला व 4 पुरुषों ने फांसी लगाकर अपनी जान दी, एक महिला ने अज्ञात पॉइजन खाकर, एक पुरुष ने नहर में कूदकर तथा तीन व्यक्तियों ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी। मई माह में फांसी के कुल 12 मामले सामने आए जिसमें 8 महिला व 4 पुरुष शामिल रहे, वही 1 महिला ने अज्ञात प्वाइजन का सेवन कर, 1 व्यक्ति ने नहर में कूदकर व 3 व्यक्तियों ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी। जून माह में अब तक 16 मामले आत्महत्या के प्रकरण सामने आ चुके हैं, इनमें सबसे ज्यादा फांसी के मामले हैं। दो व्यक्तियों ने अज्ञात प्वाइजन खा कर, 1 व्यक्ति ने नदी में कूदकर, 1 व्यक्ति ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार उद्योग नगर थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा 16 आत्महत्या के मामले की घटनाएं हुई हैं। इस वर्ष 2020 की बात करें तो 1 जनवरी से लेकर 21 जून तक उद्योग नगर थाना क्षेत्र में 16 आत्महत्या के मामले हुए हैं। दूसरे नंबर पर रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र है जहां 9 आत्महत्याएं हुई है। तीसरे नम्बर पर बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में 9 , कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में 7, जीआरपी थाना क्षेत्र में 6, अनन्तपुरा थाना क्षेत्र में 6, गुमानपुरा थाना क्षेत्र में 5, नयापुरा थाना क्षेत्र में 4, आरकेपुरम, विज्ञान नगर, दादाबाड़ी, किशोरपुर ओर मकबरा थाना क्षेत्र में 3-3, कैथूनीपोल व भीमगंजमंडी थाना क्षेत्र में 2-2 तथा रामपुरा में एक आत्महत्या की घटनाएं हुई ।























































































Comments