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कोरोना में योग का महत्व विश्व भर ने पहचाना , मोदी


Covid-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बिना लोगों के बड़े जमावड़े के डिजिटल मीडिया मंचों पर मनाया जा रहा है. इस मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों को संदेश भी दिया. छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योगदिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है. ये विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है. पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है.इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारी पारिवारिक बॉन्ड को भी बढ़ाने का दिन है. प्रधानमंत्री ने कहा कि COVID-19 वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानि कि Respiratory System पर हमला करता है और हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत करने में प्राणायाम सबसे ज्यादा मदद मिलती है. पीएम मोदी ने कहा कि आप प्राणायाम को अपने प्रतिदिन के अभ्यास में जरूर शामिल करिए, और अनुलोम-विलोम के साथ साथ दूसरी प्राणायाम तकनीक को भी सीखिए और उनको सिद्ध कीजिए. 


संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे- “एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है”किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है. योग का साधक कभी संकट में धैर्य नहीं खोता है. योग का अर्थ ही है- ‘समत्वम् योग उच्यते' अर्थात, अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है.


योग दिवस दुनियाभर में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया और तबसे हर साल उस दिन को योग दिवस के तौर पर मनाय जाता है लेकिन यह पहला मौका होगा जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया जा रहा है. इस साल की योग दिवस की थीम ‘घर पर योग और परिवार के साथ योग' है. आयुष मंत्रालय ने लेह में बड़ा कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी लेकिन महामारी के कारण इसे रद्द कर दिया गया. 


संयुक्त राष्ट्र महासभा में 11 दिसंबर 2014 को घोषणा की गई थी कि हर साल 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जाएगा. आयुष मंत्रालय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आज इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मंचों पर मनाया जाएगा और पीएम मोदी की ओर से एक संदेश आज का मुख्य अंश रहेगा. मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति के चलते इस साल ऐसे समारोहों पर ध्यान कम है और इस पर ज्यादा है कि लोग अपने पूरे परिवार के साथ अपने-अपने घरों में योग करें.'' आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री का संदेश सुबह साढ़े छह बजे टेलीविजन पर प्रसारित किया जाएगा. 


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