कोरोना इफेक्ट प्रधानमंत्री ने प्रिंट मीडिया के योगदान को सराहा
- pradeep jain

- Mar 24, 2020
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नई दिल्ली, 24 मार्च (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में महामारी का रूप ले चुकी कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने में प्रिंट मीडिया के योगदान की सराहना की। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रिंट मीडिया के समूहों से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बात की और कहा कि मीडिया ने सूचना को प्रसारित में प्रशंसा योग्य भूमिका निभाई है। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रानिक मीडिया के समूहों से भी बातचीत की थी।
उन्होंने जनता में संघर्ष की भावना को बनाए रखने को जरूरी बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निराशावाद, नकारात्मकता और अफवाहों से निपटना महत्वपूर्ण है। ऐसे में लोगों को आश्वस्त किए जाने की जरूरत है कि सरकार कोविड-19 से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के महत्व पर बल देते हुए मीडिया से इसके महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने, राज्यों द्वारा लिए गए लॉकडाउन के फैसले से जनता को अवगत कराने और साथ ही अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों के समावेश तथा समाचार-पत्रों में अन्य देशों की केस स्टडीज के माध्यम से वायरस के प्रसार के प्रभाव को रेखांकित करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रिंट मीडिया ने देश के सुदूरवर्ती इलाकों तक सूचना का प्रसार करने में प्रशंसनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया का नेटवर्क अखिल भारतीय है और यह शहरों और गांवों में फैला हुआ है। यही बात मीडिया को इस चुनौती से लड़ने और सूक्ष्म स्तर पर इसके बारे में सही जानकारी फैलाने के लिए अधिक महत्वपूर्ण बनाता है। उन्होंने कहा कि समाचार-पत्र जबरदस्त विश्वसनीयता रखते हैं और किसी क्षेत्र का स्थानीय पृष्ठ लोगों द्वारा विस्तृत रूप से पढ़ा जाता है, इसलिए यह आवश्यक है कि इस पृष्ठ में प्रकाशित लेखों के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता फैलाई जाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आवश्यक है कि लोगों को इस बात की जानकारी दी जाए कि परीक्षण केंद्र कहां हैं, परीक्षण करवाने के लिए किससे संपर्क करना चाहिए और घर के आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन कैसे करना चाहिए। यह जानकारी समाचार-पत्रों और वेब पोर्टलों में साझा की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता के स्थान जैसी जानकारी भी क्षेत्रीय पृष्ठों में साझा की जा सकती है। साथ ही, उन्होंने प्रिंट मीडिया से संकट की इस घड़ी में गलत सूचना के प्रसार को रोकने की अपील की।























































































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