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कोरोना कहर - 54 छात्र सहित 150 कश्मीरी श्रीनगर भेजे


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जोधपुर। कोरोना वायरस के कहर के बीच इरान से भारत लाए गए नागरिकों में श्रीनगर जम्मू कश्मीर के छात्र भी शामिल रहे। काफी जद्दोजहद के बाद इन छात्रों को भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से श्रीनगर उनके घर पर भेजा गया है। ये छात्र भूख हड़ताल पर उतर आए थे। जिस वजह से प्रशासन की परेशानी भी बढ़ गई थी। इन लोगों को जैसलमेर में सेना के वेलनेस सेंटर पर क्?वारेंटाईन में रखा हुआ था। इस सेंटर पर 552 लोगों को रखा गया था। इसमें अब छात्रों सहित अन्य लोगों को श्रीनगर उनके घर पर भेज दिया गया है। जैसलमेर में सेना के वेलनेस सेंटर में ईरान से लाए गए 54 कश्मीरी छात्रों ने घर जाने की जिद की थी। सोशल मीडिया पर भी इनकी मांग घर जाने की रही थी। गत दिनों जैसलमेर जिला प्रशासन इन्हें सडक़ मार्ग से कश्मीर भेजने की पूरी तैयारी कर चुका था, लेकिन श्रीनगर प्रशासन ने इनकार कर दिया था। आखिरकार प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद मंगलवार को इंडियन एयर फोर्स के विशेष विमान से करीब 150 लोगों को जैसलमेर से श्रीनगर रवाना किया गया।  उल्लेेखनीय है  कि इरान से एयरलिफ्ट कर लाए 552 लोगों में 54 छात्र भी थे। गत 28 मार्च को छात्रों के सेंपल टेस्ट किए गए थे। जो बाद में नेगेटिव आए थे। इस पर छात्र अपने घर श्रीनगर जाने की बात कहने लगे थे। मगर लॉक डाउन के चलते यह संभव नहीं हो पाया था। इसके बाद छात्रों ने भूख हड़ताल करने सहित कई तरह से प्रशासन को परेशान करना शुरू कर दिया। इनके साथ रहने वाले अन्य कश्मीरी लोगों ने भी इनका साथ दिया। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने इनके लिए दो बसों की व्यवस्था कर अनुमति जारी कर दी लेकिन जम्मू कश्मीर सरकार ने सूचित किया कि छात्रों को फिलहाल जैसलमेर में ही रखा जाए। हालात सामान्य होते ही इन्हें बुला लिया जाएगा। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।  रमजान का महिना और जैसलमेर की गर्मी: छात्रों ने ठंडे बस्ते में जा चुके उनके मामले को लेकर फिर से सोशल मीडिया पर अपना आंदोलन शुरू कर दिया। छात्रों का कहना था कि रमजान निकट है और जैसलमेर की गर्मी में रोजा रखना भी मुश्किल होगी। यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय के ध्यान में आने पर वहां से इन्हें मंगलवार को श्रीनगर के लिए रवाना कर दिया गया।

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