top of page

कोरोना महामारी का ठण्डे मटके पर असर, नहीं बिक रहे मटके



ree

कोटा । कुम्हारोंके तैयार बर्तनों व गर्मी के राजा ठंडा मटका से जो रोजगार चार महिनों में होता है उसकी भी कोरोना महामारी लोक डाउन के कारण तैयार मटको को कोई भी लेने नहीं आ रहा है जबकि गर्मी प्रारम्भ होते ही गरीब के घर का फ्रीज मटका ही होता है जो कोरोना महामारी लोक डाउन के कारण लोक हो गया है। कुम्हारों के बर्तनों की माह अप्रैल से लेकर जून माह तक मटको की ब्रिकी होती है जिससे अपने परिवार का भरण पोषण कर लेता है क्योंकि इन मिट्टी के बर्तनों को बनाने में उसका पूरा परिवार लगा होता है तब उसको खाने का जुगाड़ होता है। अब तक कुम्हारों के बर्तनों की ब्रिकी अच्छी खासी हो जाती थी लेकिन सालभर से मटको की ब्रिकी का इंतजार कर रहे कुम्हारों के व्यवसाय पर कोरोना वायरस का ग्रहण लग गया है हालत यह है कि घड़ा बनाने के कारोबार से जुड़े परिवार दो टाइम की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे ।है।

राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ राजस्थान प्रदेश के मुख्य महासचिव अमर सिंह सलावद ने बताया कि मटका बनाने में सम्पूर्ण भारत में राजस्थान प्रदेश का नाम है और समस्त राजस्थान के सभी गांवों में व शहरी इलाकों में आज भी मटके बनाने का व्यवसाय किया जाता है जो सम्पूर्ण राजस्थान में इस लोक डाउन के चलते राजस्थान के कई शहरों में व सभी गंगापुर तहसील के गंगापुर शहर, सेवा, श्यारोली, बिनेगा, ऊदेई खुर्द, पीलोदा, बगलाई, शहर, बामनबड़ौदा, नारायणपुर, गंगाजी की कोठी, जाट बड़ौदा, डिबस्या, खुंटला, नोगांव आदि गांवों ें में ग्रामीण कुम्हार समाज के सभी व्यवसायी मटके नहीं बिकने के कारण परेशान है यानी आने वाले समय में लोक डाउन खुृलने के बाद कैसे अपने परिवार को पालेगा और कैसे बच्चों को पढायेगा।

प्रदेश अध्यक्ष बत्तीलाल फुलवाड़ा ने कहा कि मटका बनाने के बाद ग्रामीण से शहरों में भी रोड के पास हार साल मटके बेचते नजर आते थे अबकी बार कोरोना वायरस के कारण कोई कुम्हार व्यापारी भी शहरों में नहीं आ सकें अब इनको सरकार से अब तक किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिली है बेचारा गरीब कुम्हार अपने परिवार का कैसे गुजारा करें। क्योंकि गर्मी में सबसे ज्यादा बर्तन की ब्रिकी होती थी जिससे बनाने वाले व बेचने वाले जैसे तैसे अपने परिवार का भरण-पोषण करके अपने परिवार को पालता था और इस कोरोना महामारी के कारण जो लोक डाउन हुआ है उससे इस समय जो शादी होने वाले भी सभी रूक गई इसलिए ये समाज अब बिल्न्कूल परेशान और हिम्मत हार गया है।

राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ के राजस्थान प्रभारी सुरेश प्रजापति ने राजस्थान सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर े कुम्हार समाज के मटका व्यवसाय की समस्या के बारे में जल्द ही कुम्हार समाज की समस्या के समाधान के लिए व कुम्हार समाज को आर्थिक सहायता दिलवाने हेतु निवेदन किया है। सुरेश प्रजापति ने बताया कि इस समस्या के कारण हजारों परिवारों पर रोजगार का संकट मंडरा रहा है, साल भर इसी सीजन में कुम्हारों का व्यवसाय अच्छी तरीके चलता था उनको अपनी मेहनत का फल इसी समय मिलता था लेकिन लोक डाउन के कारण सब कुछ व्यर्थ सा नजर आ रहा है। सवाई माधोपुर के जिला युवा अध्यक्ष राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि कुम्हार (प्रजापत) समाज के मटका व्यवसाय से जुड़े परिवारों की उक्त समस्या हेतु सरकार को लॉक डाउन में नियमों के अनुसार सोशल डिसटेन्स का पालन करते हुए इनको मटके की ब्रिकी के लिए घर-घर फेरी लगाकर करने की परमिशन दी जानी चाहिए ।

Comments


  • WhatsApp-icon
  • Wix Facebook page
  • Wix Twitter page
  • Wix Google+ page
Copyright Information
© copyrights reserved to "dainik desh ki dharti"
bottom of page