कोरोना से विश्व में मृतकों की संख्या 31 हजार से ज्यादा पहुंची
- pradeep jain

- Mar 30, 2020
- 2 min read
नई दिल्ली।

कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या रविवार को 31,412 पहुंच गई। आधिकारिक स्रोतों से मिले आंकड़ों को संकलित कर एएफपी ने यह जानकारी दी। आंकड़ों के मुताबिक दिसबंर में चीन में संक्रमण की पहली खबर आने के बाद से अबतक पुरी दुनिया में 183 देशों के 6,67,090 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। इटली और स्पेन ने एक दिन में 800 से ज्यादा लोगों की जान जाने की खबर है। वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हो रहे आर्थिक नुकसान की भरपाई को लेकर ‘‘बेहद चिंतित’’ जर्मनी के हेसे राज्य के वित्त मंत्री थॉमस शाएफर ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। शाएफर (54) शनिवार को रेल पटरी पर मृत मिले थे। वीसबैडेन अभियोजक के कार्यालय ने मंत्री द्वारा आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई है। हेसे के मुख्यमंत्री वॉल्कर बॉफियर ने एक बयान में कहा, ‘‘हम स्तब्ध हैं। हमें विश्वास नहीं हो रहा और हम अत्यंत दु:खी हैं।’’ हेसे में जर्मनी की वित्तीय राजधानी फ्रैंकफर्ट है जहां ड्यूश बैंक और कॉमर्जबैंक का मुख्यालय है। यूरोपीयन सेंट्रल बैंक भी फ्रैंकफर्ट में ही है
इटली में कोरोना वायरस से पहली मौत फरवरी में हुई थी और अबतक यहां की सरकार 10,023 लोगों की मौत की पुष्टि कर चुकी है। इटली में 92,472 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 12,384 ठीक हो चुके हैं। इटली की तरह चीन से अधिक लोगों की मौतें स्पेन में हुई है। स्पेन में अबतक 6,528 लोगों की मौत होने और 78,747 के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख के पार चली गई है और दिनों दिन इसमें इजाफा ही होता जा रहा है।
अमेरिका के अकेले न्यूयॉर्क शहर में ही करीब 50 हजार लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है। यहां कि पुलिस फोर्स के 12 प्रतिशत जवान भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। चीन से शुरू हुई यह महामारी अब दुनिया के करीब 200 देशों में पहुंच गई है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन और उनकी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी इस वायरस से संक्रमित हैं। संक्रमण से स्पेन की राजकुमारी की भी मौत हो गई।
खतरनाक कोरोना को पनपने देने में चीन पर लगे आरोप
चीन में कोरोना पीड़ितों की संख्या में काफी कमी आई है। हालांकि चीन दुनिया भर की नजरों में खतरनाक कोरोना को बढ़ाने और वैश्विक साजिश करने के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका का आरोप है कि चीन ने जैविक हमला करने के लिए ही कोरोना को अपने यहां विकसित किया और बाद में उसका वैश्विक प्रसार किया। इसको लेकर चीन और अमेरिका में टकराव की नौबत आ चुकी है। चीन इस बात से इंकार कर रहा है कि उसने अपने यहां कोरोना को पनपने दिया।























































































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