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कैंसर की दवा के लिए मददगार बना ऐलन

कोटा. कोरोना संक्रमण के खतरे के तहत किए गए लॉकडाउन में सामाजिक सरोकार एक से बढ़कर एक उदाहरण सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को महावीर नगर में पीजी में रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहे गौरखपुर निवासी छात्र प्रशांत की भी परेशानी दूर हुई। प्रशांत अपनी मां की कैंसर की दवा खत्म होने पर पिछले दो दिन से परेषान था। ऐसे में एलन स्टूडेंट वेलफेयर सोसायटी की हेल्पलाइन मददगार साबित हुई।   प्रशांत ने बताया कि मां बिन्दु देवी पिछले 8 साल से कैंसर है और रोजाना दवा लेती हैं। कुछ दिनों पहले ही 3-4 दिन रुकने के लिए कोटा आई थीं तो दवा भी कम लेकर आईं। वो दवा कल खत्म हो गई थी, मैंने सोमवार को पूरे दिन आस-पास के मेडिकल स्टोर्स पर दवा तलाश की लेकिन नहीं मिली। इसके बाद एलन स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की हेल्पलाइन पर फोन किया। सोसायटी के अध्यक्ष मुकेश सारस्वत ने भी कई मेडिकल पर तलाश किया लेकिन दवा नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने एमबीएस अस्पताल में कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.आर.के.तंवर से बात की। उन्होंने दवा की पर्ची वाट्सअप करने को कहा। दवा देखकर उन्होंने स्टूडेंट को एमबीएस अस्पताल बुलवाया, अस्पताल का समय पूरा होने के बाद भी वे स्टूडेंट के लिए वहीं रूके। एएसडब्ल्यूएस की टीम ही स्टूडेंट को लेकर अस्पताल पहुंची। नियमानुसार पर्ची से रजिस्ट्रेशन करवाया। इसके बाद एमबीएस अस्पताल से ही बच्चे को 30 दिन की दवा दिलवाई। प्रशांत ने डॉ.तंवर को धन्यवाद कहा। इसके बाद एएसडब्ल्यूएस की टीम ने प्रशांत को घर छोड़ा। प्रशांत ने कहा कि इस विपरीत परिस्थिति में एलन की सहायता बहुत मददगार साबित हुई। पिता विनोद कश्यप गौरखपुर में ही व्यापारी हैं। जनवरी में हुई जेईई-मेन परीक्षा में 96 पर्सेन्टाइल स्कोर हासिल किया है और इन दिनों भी परीक्षा की तैयारी चल रही है। मैस से खाना आ रहा है। कोटा में कोरोना को लेकर अच्छी जागरुकता है।

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