top of page

कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र में महंगी बिक रही फल-सब्जी


ree

कोटा। कोरोना संक्रमण के चलते शहर में कई स्वयंसेवी संस्थाएं व संगठन निस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों के सेवा में दिनरात जुटे हुए हैं। वहीं कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र में सब्जियां व फल सप्लाई करने वाले ठेकेदार व रिटेलर (ठेले वाले) पिछले एक माह से घरों में बंद जनता से मुंह मांगे दाम वसूल कर रहे है। कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र में सप्लायर चार सेन्टर करबला, कैथूनीपोल, ज्वाला तोप व सुन्दरधर्मशाला पर सप्लाई कर रहे हैं। वहां से रिटेलर (ठेलेवाले) घर-घर, गली मोहल्लों में जाकर सब्जियां बेच रहे हैं। चारों सेन्टरों पर अधिकारी तैनात है, लेकिन वे केवल इतना ही ध्यान रखते है कि चिह्नित रिटेलर ही गली मोहल्लों में सब्जियां बेचने जा रहे हैं। भावों पर होना चाहिए नियंत्रण-कोटा थोक फ्रूट एण्ड वेजिटेबल मर्चेंट संघ के महासचिव संतोष कुमार मेहता ने बताया कि सप्लाई केन्द्रों पर तैनात अधिकारियों को चाहिए कि वे ध्यान रखे की मंडी में आज फल सब्जियों का भाव क्या थे, सप्लायर कितने मुनाफे में सप्लाई कर रहा है और रिटेलर किस भाव बेच रहे है। अधिकारी अगर ये ध्यान रखेंगे तो कोराना महामारी से ग्रस्त जनता इन मुनाफाखोरों से बच सकती है। एक ही सब्जी के अलग-अलग भाव-कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र मोहन टॉकीज रोड निवासी कैलाश राजानी ने बताया कि ठेले वाले आलू 30, टमाटर 30, नींबू 100, अंगूर व आम 80 रुपए किलो बेच रहे है। वहीं कैथूनीपोल निवासी महेश सजवानी ने बताया कि आलू 40, टमाटर 40, अंगूर 80 व आम 100 रुपए किलो बेच रहे है। रेतवाली की संतोष शर्मा ने बताया कि जब से कफ्र्यू लगा है तब से आज तक आलूए प्याज व टमाटर के अलावा अन्य कोई सब्जी तक नहीं देखी। ठेले वाले भी यहीं लेकर आते हैं। जो सब्जियां मिल रही हैं। वे भी ऊंचे भावों पर मिल रही हैं।

Comments


  • WhatsApp-icon
  • Wix Facebook page
  • Wix Twitter page
  • Wix Google+ page
Copyright Information
© copyrights reserved to "dainik desh ki dharti"
bottom of page