दस गुणा दाम में बिक रहा गुटखा, जर्दा भी पीछे नहीं
- anwar hassan

- May 3, 2020
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झालावाड़. गुटखा-जर्दा का पीक थूकने से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के बीच सरकार के आदेश पर जिलेभर में पुलिस, प्रशासन और रसद विभाग ने जिलेभर में गुटखा व्यापारियों की दुकानें व गोदाम सील कर बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन लॉकडाउन में प्रशासन की सख्ती गुटखा-तम्बाकू बेचने वालों के लिए कालाबाजारी और कमाई का जरिया बन गया है। शहर में गुटखा-जर्दा के पाउच इन दिनों अपने उच्चतम मूल्य पर बिक रहे हैं। सामान्य दिनों में पांच रुपए में बिकने वाला पाउच पांच गुना अधिक दामों में बिक रहे हैं। कालाबाजारी पर प्रशासन भी प्रभावी तरीके से अंकुश नहीं लगा पा रहा है। हालांकि जिले में दो दिन में डीएसटी टीम ने धुम्रमान सामग्री की बड़ी खेप पकड़ी है। जिले में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने एक आदेश जारी कर जिले में गुटखा, पान मसाला, जर्दा की बिक्री व भंडारण पर रोक लगा रखी है। इसके बाद भी जिले में धुम्रपान व गुटखा सामग्री की कालाबाजारी करने वालों के हौंसले बुलंद है। जिन दुकानदारों और लोगों के पास गुटखा, तम्बाकू और जर्दा का स्टॉक है वे लोगों की जरुरत और मजबूरी का फायदा उठाते हुए मनमर्जी से दाम वसूल रहे हैं। कमोबेश यही हाल बीडी-सिगरेट का है। दुकानदारों द्वारा बीडी के बंडल और सिगरेट के पैकेटों के 4-5 गुना अधिक दाम वसूले जा रहे है। अब सवाल यह है कि जब गुटखा और तम्बाकू के व्यापारियों के गोदाम सील किए जा चुके हैं, तो शहर के बाजार और गांवों की दुकानों पर इसकी आपूर्ति कहां से हो रही है। जबकि जिला कलक्टर ने जिले में गुटखा, तम्बाकू की बिक्री पर रोक लगाकर पुलिस व रसद विभाग को कार्रवाई के निर्देश दे रखे हैं। खास लोगों को ही मिल रही सप्लाई लॉकडाउन के कारण गुटखा, मसाला और जर्दा की दुकानों और गोदाम सील है, लेकिन फिर भी इस व्यवसाय से जुड़े लोगों और दुकानदारों तक धमू्रपान के सामान की सप्लाई आसानी से हो रही है। बताया जा रहा है कि देर रात से अलसुबह तक बड़े व्यापारी गुटखा-जर्दा, बीडी सिगरेट की सप्लाई छोटे दुकानदारों को कर रहे हैं। सप्लाई भी केवल खास लोगोंके अलावा नियमित बड़े ग्राहकों और पहचान वालों को ही की जा रही है। वह भी मनमाने दामों पर। यही कारण है कि तलबगारों को 5-10 रुपए में मिलने वाला गुटखे का पाउच 50-6 0 व 10 रुपए में मिलने वाला तम्बाकू और जर्दा पाउच 40 से 50 रुपए में बेचा जा रहा है। ऑनकाल पर आपूर्ति सूत्रों ने बताया कि गुटखा, जर्दा तम्बाकू के साथ ही बीडी और सिगरेट की आपूर्ति ऑनकाल की जा रही है। पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से बचने के लिए शातिर सप्लायर अपने विश्वास पात्र व्यक्ति को ही आपूर्ति दे रहे हैं। वह भी स्वयं के बताए हुए स्थान पर। जानकारों ने बताया कि मार्च में कई लोगों ने लॉकडाउन से पूर्व माल का स्टाक कर लिया था,जो अब चोरी छीप पांच से आठ गुना दाम पर बेच रहे हैं।























































































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