भारत की आर्थिक विकास दर में में भारी गिरावट की आशंका
- pradeep jain
- Mar 31, 2020
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नई दिल्ली।
भारत की ही क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने इंडिया रेटिंग्स ने देश की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाकर 3.6 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने लॉकडाउन के हालात के चलते जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में यह बड़ी कटौती की है। यही नहीं एजेंसी ने लॉकडाउन के 21 दिनों से भी ज्यादा चलने की आशंका जताते हुए कहा है कि यह अप्रैल के अंत तक खिंच सकता है। यही नहीं आर्थिक गतिविधियों मई के बाद ही सुचारू तौर पर शुरू हो सकती हैं। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब देश लॉकडाउन से गुजर रहा है और 14 अप्रैल तक सभी कारोबारी और आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप हैं।

इंडिया रेटिंग्स ने जून तिमाही में महज 2.3 पर्सेंट की ग्रोथ रहने का ही अनुमान जताया है। इसके अलावा मार्च में समाप्त हो रही तिमाही में भी सिर्फ 4.7 फीसदी की ग्रोथ दर्ज होने का ही अनुमान है। एजेंसी ने कहा है कि COVID-19 महामारी के चलते देश में कुछ सेक्टर्स में बहुत बड़ी गिरावट की आशंका है। इसके चलते टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी और एविएशन सेक्टर में बड़ी गिरावट का अनुमान है। इसके अलावा हेल्थकेयर सेक्टर पर वर्कलोड बढ़ने का अनुमान है।
यही नहीं छोटे कारोबारों के सामने सिमटने का खतरा भी पैदा हो सकता है। हालांकि फाइनेंशियल सर्विसेज, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और आईटी सर्विसेज के लिए बहुत ज्यादा नुकसान की स्थिति नहीं पैदा होगी। इसकी वजह यह है कि इन इंडस्ट्रीज ने वर्क फ्रॉम होम के जरिए अपने काम को चालू रखा है। एजेंसी ने कहा कि मौजूदा स्थिति में निवेशकों की राय भारत को लेकर बदली है। इसी के चलते रुपये में डॉलर के मुकाबले बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।
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