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मरने से पहले बहादुर पुलिसवाले ने आरोपियों की पहचान बताने के लिए छोड़ा अहम सुराग



चंडीगढ़: पिछले हफ्ते हरियाणा के सोनीपत जिले में गश्त के दौरान दो पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में 6 में से 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हरियाणा पुलिस ने सोमवार को इसकी पुष्टि की. छठे आरोपी को पुलिस ने जींद में मार गिराया था. दरअसल, ड्यूटी के दौरान मारे गए दो पुलिसकर्मियों में से एक पुलिसकर्मी (रविंदर सिंह) की सूझबूझ ने आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. कॉन्स्टेबल रविंदर सिंह ने मरने से पहले आरोपियों की पहचान करने के लिए उनकी गाड़ी का नंबर अपनी हथेली पर लिख लिया था.


इस सुराग के मिलने से पहले पुलिस को हत्याकांड में शामिल आरोपियों का पता लगाने के लिए कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा था. पोस्टमॉर्टम के दौरान, मृत पुलिसकर्मी की हथेली में लिखे नंबर का पता चला. यह पुलिस के लिए रविंदर सिंह और एसपीओ कप्तान सिंह की हत्या के मामले में बहुत अहम सुराग साबित हुआ.  हरियाणा पुलिस के प्रमुख मनोज यादव ने बताया, "यह पुलिसिया कौशल का बुनियादी नियम है, जो बहादुर कॉन्स्टेबल रविंदर सिंह ने अपनी मौत से पहले प्रदर्शित किया. उन्होंने अपनी हथेली पर आरोपियों द्वारा इस्तेमाल वाहन का नंबर लिख लिया था. पोस्टमॉर्टम के दौरान इस बात का पता चला." यादव ने कहा कि रविंदर सिंह को मरणोपरांत पुलिस पदक देने के लिए सिफारिश की जाएगी. 


बता दें कि पिछले मंगलवार को रविंदर सिंह और कप्तान सिंह का खून से लथपथ शव मिला था. शुरुआती जांच में सामने आया कि बुटाना पुलिस स्टेशन के पास कुछ लोग कार में शराब पी रहे थे. पुलिसकर्मियों ने उन्हें शराब पीने से रोका. जिसके चलते आरोपी झगड़ा करने लगे. इसके बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया है. हमला करने के बाद आरोपी गाड़ी में बैठकर जींद की ओर फरार हो गए थे. 


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