राजस्थान के झुंझुनू जिले में बने फेस मास्क जाएंगे इंग्लैंड
- anwar hassan

- Apr 29, 2020
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झुंझुनू, 28 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान में झुंझुनू जिले के नूआं गांव में संचालित एक सामाजिक संगठन सत्यम शिवम सुंदरम को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए इंग्लैंड के एक ट्रस्ट ने कपड़े से बने एक लाख फेस मास्क बनाने का ऑर्डर दिया गया है। मास्क बनाने के काम में संगठन से जुड़ी महिलाएं लगी हुई है। अब तक 10 हजार मास्क बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड में भी पांच हजार मास्क मंगवाए गए हैं। जिले के नूआं गांव निवासी अनीता कंवर ने 2003 में घरों में रह रही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सत्यम शिवम सुंदरम नाम का एक संगठन बनाया था। वर्तमान में इससे जुड़कर करीबन 2000 महिलाएं काम कर रही है। यहां पर महिलाएं कपड़े के बैग भी बना रही है। जो बिसाऊ व उदयपुरवाटी की नगर पालिकाओं को दिए जा रहे हैं। नूआं में तैयार किये गए पारदर्शी कपड़े के परदे व बैग विदेशियों के लिए आकर्षक का केंद्र बने हुए हैं। इस समय उनकी सबसे ज्यादा मांग है। अनीता कंवर ने बताया कि हाल ही में उन्हें इंग्लैंड के लोट्स फ्लावर ट्रस्ट के माध्यम से एक लाख से अधिक फेस मास्क बनाने का ऑर्डर मिला है। सूती कपड़े की यह मास्क अलग-अलग समूह की महिलाएं बना रही है। अभी तक करीबन 10 हजार फेस मास्क बनाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इसी संस्था के माध्यम से राजस्थानी महिलाओं द्वारा परंपरागत रूप से पहना जाने वाला 108 कली का घाघरा लुगड़ी तथा कांचली पूर्व में सप्लाई किए जाते रहे हैं। जिसकी वहां भारी मांग है। नूआं में ही निर्मित 108 कली का घाघरा जिसका करीब 125 फीट का घेरा होता है। वह इंग्लैंड में खासतौर पर पसंद किया जाता है। हालात सामान्य होने के बाद ट्रस्ट के प्रबंधक जोन हंट के साथ इंग्लैंड की 20 महिलाओं का एक दल नूआं आएगा। जो यहां की महिलाओं को और ज्यादा स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण देगा। यह दल ही मास्क लेकर जाएगा। लोट्स फ्लावर ट्रस्ट संस्था के निदेशक इंग्लैंड निवासी इमग्रीड ने ही यहां पर कार्य करने के लिए दो हजार वर्ग फीट में पक्का भवन बनवा कर दिया है।























































































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