रसद सामग्री वितरण भेदभाव बरता तो ना काबिले बर्दाश्त , जितेन्द्र गोठवाल
- pradeep jain

- May 1, 2020
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सवाई माधोपुर,30 अप्रेल। पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने राज्य सरकार पर एवं जिला प्रशासन पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुये कहा कि जिला प्रशासन जाति विशेष के लोगो को ही रसद की राहत सामग्री पहुँचा रही हैं।अन्य की अनदेखी की जा रही हैं। जो ना काबिले बर्दाश्त है। पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि रसद सामग्री बिना कोई भेदभाव के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समान रूप से रसद सामग्री वितरण किया जाय।
गोठवाल ने गुरुवार को सवाई माधोपुर से जयपुर जाते समय इस संवाददाता से कोथून गांव में अल्प प्रवास के दौरान अनोपचारिक बातचीत में बोल रहे थे । गोठवाल ने राज्य की सत्तारूढ़ सरकार पर कोरे गाल बजाने का आरोप लगते हुए कहा कि वे अपने विधायक मद से राशि का आवंटन किया है। जो अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपनो को दे वाली कहावत को ही चरितार्थ ही कर रहे हैं । गोठवाल ने कहा कि वास्तविक रूप में जरुरतमंदों को मदद की दरकार है जो अबतक प्रशासन की अनदेखी के चलते वंचित हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि खंडार विधानसभा क्षेत्र में विधायक मद से जिसमे मास्क,सेनेटाइजर, भोजन आदि का वितरण किया जाना था लेकिन अबतक कहा किया यह जानकारी नही दे सके। उन्होंने कहा कि शहर के भामाशाह, सामाजिक संगठनों से जुड़े बलोगों द्वारा ज़िला प्रशासन को उपलब्ध कराये गए रसद सामग्री को ही वितरण करवाया जाकर कर्तव्य की इतिश्री कर रहे है।
पूर्व संसदीय सचिव गोठवाल ने बताया कि वैश्विक महामारी के समय विशेष जाति के लोगो के अतिरिक्त्त अन्य वर्गों के से भी जान लिया जाता तो ठीक होता । अन्य वर्गों के पेट की चिंता की जानी चाहिये । पूर्व विधायक एवं पूर्व संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल ने बताया कि भला हो उन सामाजिक संगठनों ,भामाशाहो का जिन्होंने प्रत्येक ऐसे जरूरमंदो के पेट की चिंता कर घर घर राशन सामग्री निःस्वार्थ पहुंचा रहे है।
गोठवाल ने पुलिस महकमा के कोरोना योद्धाओं के साथ की गई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाये। पुलिस एवं चिकित्सा कर्मी उनकी जान की ही तो परवाह कर रही है। ऐसे में उन योद्धाओं के साथ मारपीट किया जाना निंदनीय है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की हैं कि ऎसे लोगो को कठोर से कठोर सजा दे ताकि पुनः ऐसी घटनाओ की पुनरावर्ती ना हो सके।























































































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