हरियाणा और असम के 1232 कोचिंग छात्र कोटा से रवाना
- anwar hassan

- Apr 24, 2020
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कोटा। लॉकडाउन के दौरान कोटा से हजारों कोचिंग विद्यार्थियों का अपने घरों की ओर लौटना जारी है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, दमन-दीव के बाद शुक्रवार को असम और हरियाणा सरकार ने अपने राज्यों के कोचिंग विद्यार्थियों को बुलाने के लिये कोटा में 48 बसें भेजी। जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने सभी कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थियों को तीन बस पॉइंट से एडवाइजरी का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने के निर्देश दिये। हरियाणा सरकार ने 31 बसें कोटा भेजीं, जिनमें शहर के तीन बस पॉइंट से सभी कोचिंग संस्थानों से जेईई-मेन तथा नीट के 843 विद्यार्थी अपने सामानों सहित घरों के लिये रवाना हुए। इन छात्रों को पांच जिलों फरीदाबाद, भिवानी, झझर, रेवाड़ी और अम्बाला ले जाया जायेगा, जहां क्वेरेंटाइन करने के बाद इन्हें घर भेजा जायेगा। इसी तरह, असम के लिये 18 स्लीपर कोच बसों से शुक्रवार को 389 विद्यार्थी रवाना हुए। सभी विद्यार्थियों को लॉकडाउन एडवाइजरी के अनुसार, सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुये मास्क व सेनेटाइजर के साथ बसों में बिठाया गया। एलन कोचिंग संस्थान द्वारा विद्यार्थियों को भोजन के पैकेट भी दिये गये। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान कोटा में फंसे 5 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 18 हजार स्टूडेंट्स अपने-अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के करीब 12 हजार 500, मध्य प्रदेश के 2800, गुजरात के 350 तथा दादरा एवं नागर हवेली के 50 बच्चे अपने परिवार के पास पहुंच गए हैं। इसी प्रकार कोटा संभाग के अन्य जिलों के 2200 बच्चों को भी सकुशल उनके घर पहुंचाया गया है। दरअसल, लॉकडाउन के बाद से कोटा में करीब 40 हजार कोचिंग विद्यार्थी फंस गए थे। अभी भी बिहार के करीब 11 हजार, झारखण्ड के 3 हजार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के 2500-2500 बच्चे, महाराष्ट्र के 1800 एवं ओडिशा के करीब 1000 बच्चे कोटा में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्रों की सकुशल वापसी के लिए संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की थी।























































































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